
दोस्तों हमारी आज की पोस्ट है “जीवन पर कविता “जो कि बहुत भावात्मक है ,जिसमें जीवन के कुछ खट्टे – मीठे अनुभव बताये गए हैं |
जीवन का है यही फ़साना
सुख – दुःख का आना जाना
जो न सोचो वो मिल जाता
और कभी अज़ीज़ का खो जाना
जीवन का है यही फ़साना
ये निकल जाता जाने कब – कब में
लगता जैसे देख रहे सपने
अभी -अभी तो जन्म लिया
जाने कैसे हुए बूढ़े इतने
जीवन का है यही फ़साना
जीवन का है यही फ़साना
सारी उम्र इधर – उधर ही भागे
जिन पर अपना सब त्यागे
अंत समय में वो बच्चे ही
हम से अपना पल्ला झाड़े
जीवन का है यही फ़साना
जीवन का है यही फ़साना
पर कुछ बातें है याद भी
पराये बन गए खास कभी
कठिन समय में थाम कर बाहें
वो हुए अपनों से बड़े भी
जीवन का है यही फ़साना
जीवन का है यही फ़साना
दोस्तों ये थी हमारी आज की पोस्ट
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जीवन पर कविता
जो की एक शार्ट हिंदी पोएम है | हम ये आशा करते हैं की आपको ये पसंद आयी होगी , अपने विचारों से हमें ये अवगत कराएं | आप ये भी पढ़ सकते हैं –
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