
टीचर्ज़ डे पर हिंदी कविता | अध्यापक जिनको मिल जाते
दोस्तों आपका ह्रदय से स्वागत है हमारी आज की पोस्ट टीचर्ज़ डे पर हिंदी कविता | अध्यापक जिनको मिल जाते पर जिसमें आपको अध्यापक दिवस पर एक कविता पढ़ने को मिल रही है ॰दोस्तों एक श्लोक गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णु गुरुर्देवो महेश्वरा
गुरुर्साक्षात परब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः है जिसका अर्थ है कि गुरु ब्रह्मा विष्णु और महेश के समान हैं और वे ही परम बाहम है इस लिए में गुरु का नमन करता हूँ ॰दोस्तों ये बात बिलकुल सत्य है गुरु का हमारे जीवन में बहुत महत्व होता है अगर गुरु ही ना हों तो शायद हमारा जीवन अंधकार में डूब जाए ॰ आज की इस गुरु पर आधारित कविता में हम गुरुओं का हमारे जीवन में जो महत्व है उसे समझाने का प्रयास कर रहे हैं ।
“अगर गुरु ना होते जीवन में
ना मिलता इसको आधार
गुरुदेव की ही छाया में
होता है चरित्र निर्माण “
© sabkamanoranjan.in
अध्यापक जिनको मिल जाते
हाँ उनके तो जीवन सरल हो जाते
हर कुमार्ग से हैं बचाते
शिक्षा की ये तो अलख जगाते
सही ग़लत का भेद बताकर
जीवन को सही दिशा दे जाते
अध्यापक जिनको मिल जाते
हाँ उनके तो जीवन सरल हो जाते
ये कठिन परिस्थितियों से बाहर लाते
इनके निर्देश सदा काम कर जाते
बालक से हम एक नेक इंसान
इनकी प्रेरणा से ही बन पाते
अध्यापक जिनको मिल जाते
हाँ उनके तो जीवन सरल हो जाते
ये सदा प्रेम का पाठ पढ़ाते
अंतर्मन से हमको मिलवाते
इसलिए आज अध्यापक दिवस पर
हम सब गुरुओं की महिमा गाते
हाँ सब गुरुओं की महिमा गाते
मित्रों हमारी आज की ये “टीचर्ज़ डे स्पेशल पोयम ” कैसी लगी हमें कॉमेंट कर ज़रूर बताएँ आप यह भी देख सकते हैं