
father par poems | पिता पर कुछ कविताएँ
दोस्तों आज हमारी पोस्ट father par poems | पिता पर कुछ कविताएँ के ज़रिए हम पिता की हमारी जीवन में जो अहमियत हे उसको बताने की कोशिश कर रहे हैं ।
पापा आप हो जान से प्यारे
पापा आप हो जान से प्यारे
सारे घर के हो रखवाले
माँ होती ममता की मूरत
और आप हमारे हीरो न्यारे
पापा आप हो जान से प्यारे ,पापा आप हो जान से प्यारे
पापा अगर ना होते तो
कौन हमें सही मार्ग बताता
क्या करना है कब करना है
ये सब भी हमें कौन सिखाता
पापा से ग़र कह दें हम , वो ले आ जाए चाँद और तारे
आप हमारे हीरो न्यारे , पापा आप हमारे हीरो न्यारे
पापा अगर ना होते तो
कौन जहां की सैर कराता
चोकलेट , टौफ़ी और आइसक्रीम
कौन ये ढेरों खिलौने लाता
कभी – कभी हमारा मन रख़ने को , ले लेते ऑफ़िस से छुट्टी
पापा आप हो बड़े फ़्रेंड्ली , हाँ पापा आप हो बड़े फ़्रेंड्ली
पापा अगर ना होते तो
मम्मी को फिर कौन चिढ़ाता
फिर थोड़ी देर बाद ही
कौन , बड़ा सा सर्प्राइज़ लाता
पापा जब – जब साथ हैं रहते , आती बड़ी चैन की नींद
वी ऑल लव यू अवर पापा जी , वी ऑल लव यू अवर पापा जी
पिता से ही सारा परिवार
पिता से ही सारा परिवार
पिता बिना सूना संसार
पिता की छाया में मिलता
हर बच्चे को प्रेम अपार ।
पिता से ही सारा परिवार ,पिता से ही सारा परिवार
अपना सुख ये कभी ना देखे
परिवार की चिंता हमेशा करते
इनको पैसा कमाने के लिए
रहना पड़ता सर्दी में भी बाहर
पिता से ही सारा परिवार ,पिता से ही सारा परिवार ।
कभी ना देखा इनको रोते
क्या इनके पत्थर दिल होते
पर जब बच्चे को इंजेक्शन लगता
क्यों चले जाते कमरे से बाहर
पिता से ही सारा परिवार ,पिता से ही सारा परिवार।
हर रिश्ते की अपनी पहचान
पर पिता तो हैं बच्चों के प्राण
यह रिश्ता सबसे गहरा
जिसके पास पिता वह भाग्यवान
पिता से ही सारा परिवार ,हाँ पिता से ही सारा परिवार।
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