नये साल के लिए कवितायें | hindi poems on newyear
दोस्तों नया साल आने में अब कुछ ही दिन बचे हैं इसलिए हम आज अपनी पोस्ट नये साल के लिए कवितायें | hindi poems on newyear के माध्यम से कुछ रोचक कवितायें लेकर आए हैं |दोस्तों नया साल आने से पहले हम बहुत ही उत्साहित हो जाते हैं और सोचते हैं की शायद नये साल में हमारे अधूरे काम पूरे हो जाएँ या हमारे और नये काम शुरू हो जाएँ |हम नये साल को ऐसे मनाएंगे या वैसे मनाएंगे ,पता नहीं क्या -क्या कल्पनाएं कर बैठते हैं हम सब |मगर पता चलता है की बहुत अधिक सर्दी पड़ जाती है और हम घर में newyear celebrate कर रहे होते हैं ,लेकिन घर में भी नये साल को मनाने का भी अपना ही मजा होता है |
हम अधिकतर नये साल पर गाजर का हलुआ,छोले -भटूरे,पकोड़ी -कचोड़ी ,जैसे व्यंजन बनाते हैं और बहुत से लोग इस दिन
मंदिर या अन्य धार्मिक स्थल जाना पसंद करते हैं और भगवान से आने वाले साल के लिए प्रार्थना करते हैं |हम सब के मन में
नयी उमंगें लेकर आता है यह नया साल |तो चलिये इसी उम्मीद के साथ के नया साल हम सब के जीवन को भी खुशियों से भर दे शुरू करते हैं हमारी कवितायें|
आने वाला है नया साल
आने वाला है नया साल
मिलकर के सब करें कमाल
भूल के इस दिन सारी टेंसन
नाच -कूद के करें धमाल
जो बीता उस को भुलाकर
आने वाले कल को सजाकर
बुन लें कुछ खूबसूरत ख्याब
और अपनों का थाम के हांथ
निकले फिर एक नये सफर पर
खुश होकर और बेर भूलकर
स्वागत में इस नये साल के
हम सारे मुस्कुरा दें एक साथ
ऐसे करें नये साल की शुरुवात
करें नये साल की कुछ ऐसे शुरुवात
नये साल की करें कैसे शुरुवात
सबके दिल में यही उत्साह आज
रोज से कुछ हटकर कर लें
याद रखें जो हम पूरे साल
चलो सोचते हैं कुछ ऐसे खयाल
हम ………………………..
एक बढ़िया सा प्लान बनाके
क्यों ना सारे पिकनिक जाके
वक़्त गुजारे फ़ैमिली के साथ
करें नये साल की कुछ ऐसे शुरुवात
काम से आज जल्दी फ्री होकर के
facebook ,whatsapp बंद करके
घर जाकर दें अपनों को मुबारकबाद
करें नये साल की कुछ ऐसे शुरुवात
आज मम्मी को छुट्टी देकर
हम बच्चे और पापा मिलकर
बढ़िया से कुछ डिशेस बनाके
करें नये साल की कुछ ऐसे शुरुवात
दादा -दादी संग बैठकर
पुरानी यादें ताजा करकर
आज उन के भी दिल की सुन लें
करें नये साल की कुछ ऐसे शुरुवात
नये साल के रेसोल्यूशन
नये साल के रेसोल्यूशन
जल्दी हो जाते हैं पुराने
सोचा था क्या क्या करेंगे
पर दिल अपनी ही ना माने
सोचा था कुछ वैट घटेगा
अपना भी कुछ स्टाइल होगा
लेकिन इस बर्गर पिज्जा ने
बनवाये हम से नये नये बहाने
सोचा था मॉर्निंग स्टडि करेंगे
इस साल क्लास में अव्वल रहेंगे
लेकिन इस यूट्यूब , शिऊट्यूब ने
हमारे ध्यान हैं भंग कर डाले
सोचा था कुछ स्टार्ट अप करेंगे
हम भी टी – वी- में इंटरव्यू देंगे
लेकिन हमारे आलसी शरीर ने
सभी योजनाओं के खयाली –
पुलाव बना डाले
नया साल
ऐसा हो अबका नया साल
बदल जाएँ सब ही के हाल
किसी के घर न हो परेशानी
भगवान बना दें सब को खुशहाल
भोजन मिले गरीब को पेट भर
हर बच्चे को मिले शिक्षा का अवसर
बेटी पहुंचे सुरक्षित काम से घर
ना कॉलेज में हो रेगिंग का डर
ऐसा हो अबका नया साल
बदल जाएँ सब ही के हाल
बहू और सास में बने नये बंधन
पिता, बेटे के रिश्ते की खतम हो अनबन
कोई नाचे बहुत दिनों बाद प्रमोसन मिलकर
रूठे दोस्त भी मिल जाएँ शिकवे गिलों को भुला कर
अगर ऐसा नया साल आ जाए
तो हर जगह ही मंगल हो जाए
काश आ जाए ऐसा नया साल
ज़रूर आए ऐसा नया साल
नई सुबह जो आएगी
नई सुबह जो आएगी ,वो
एक नई किरण संग लायेगी
उम्मीद हम सब में जगायेगी, वो
नये -नये मार्ग दिखलायेगी
मिट जाएगा घना अँधियारा ,बस
नववर्ष की लालिमा छाएगी
धरती ,गगन ,चारों दिशा में, एक
लहर खुशी की दौड़ जाएगी
ना रहेगा कोई भी वंचित, ये
एक-एक का भाग्योदय कर जाएगी
दोस्तों हमारी पोस्ट “नये साल के लिए कवितायें” पर अपनी राय हम तक ज़रूर पहुंचाए |आप यह भी पढ़ सकते हैं |