poem on environment day | पर्यावरण दिवस पर हिन्दी कविता
पर्यावरण बचाने के लिए
सब को मिलकर आना होगा
बिन इसके जीवन का अंत है
छोटे -बड़ों को समझाना होगा
पोली बैग को आज छोड़ कर
कपड़े और जूट को अपनाना होगा
जब उत्सव हो घर में कोई
एक पेड़ ज़रूर लगाना होगा
शुद्ध हवा पाने के लिए
कचरा कूड़ेदानों में पहुंचाना होगा
घर- घर में हमें शौचालय बनाकर
पुरानी प्रथाओं को झुठलाना होगा
सौरऊर्जा के वाहन व सामानों को
अब नित्य दिनचर्या में लाना होगा
अब मोटर गाड़ी का आराम छोड़ के
साईकिल चला- चला स्वास्थ
और पर्यावरण को बचाना होगा
आप यह भी पढ़ सकते हैं :-